रायगढ़ मुनादी।
रायगढ़ जिले के तमनार में स्थित कोल ब्लॉक गारे पेल्मा 4/4 कोल ब्लॉक में आज सुबह करीब 7.50 बजे एक हादसा हो गया। जिसमें डोजर चालक की मौके पर ही मौत हो गई।
तमनार में हिंडालको कंपनी की कोलमाइन्स के बांजीखोल स्थित गारे पेलमा 4/4 उस समय हादसा हो गया जब मिट्टी खाली करने के दौरान हाईवा की हाइड्रोलिक ट्राली को मिट्टी गिराने के लिए उठाया जा रहा था इसी दौरान हाइड्रोलिक पम्प में ब्लास्ट हुवा इससे ट्राली अन बैलेंस हो वही बगल में डोजर से मिट्टी का काम किया जा रहा था के ऊपर ट्राली गिर गईं। डोजर के ऊपर हाइवा की ट्राली गिरने से डोजर का केबिन जिसमे चालक बैठकर ऑपरेट करता है दब गया। केबिन में दबने से चालक की मौक़े पर ही मौत हो गई।
दरअसल हाइवा में तकनीकी खराबी आने की वजह से बताया जा रहा है कि हाइड्रोलिक पम्प में ब्लास्ट हुवा कोई कुछ समझ पाता इससे पहले हादसा हो गया। इस हादसे में आसनसोल बिहार का रहने वाला कासीनाथ कुमार पिता आनंदी कुमार उम्र 35 वर्ष की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि हाइड्रोलिक ट्राली को जब ऊपर उठाया जा रहा था इसी दौरान बम फूटने जैसी आवाज आई कोई कुछ समझ पाता तब तक हादसा हो चुका था।
माइंस में मिट्टी फिलिंग का काम डेको नाम की कंपनी दिया गया है । डोजर चालक इसी डेको कम्पनी का मुलाजिम था। मिली जानकारी के अनुसार हिंडाल्को के कोल ब्लॉक में डेको कंपनी के डोजर के चालक की 3 बेटियां हैं। वही पत्नी भी कमर के टूट जाने से पीड़ित है ऐसे में 3 मासूम बेटियो के सर से पिता का साया छीन जाना पीड़ा दायक है।
फिलहाल इस मामले में हिंडाल्को प्रबन्धन ने बताया ही हादसे का दुख है कम्पनी मृतक चालक के परिवार को बतौर मुआवजा 8 से 10 लाख देगा जिसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रबन्धन ने यह भी बताया कि मृतक कर्मचारी ईएसआई के तहत था व सभी कर्मचारियों का बीमा भी है इसका लाभ भी दिलाया जाएगा साथ ही इसके ईपीएफ आदि का लाभ भी दिया जाएगा।
फिलहाल पुलिस मामले में अपराध कायम कर विवेचना में लिया है। हादसा कैसे हुवा विवेचना के बाद ही सामने आएगा। लेकिन इस मामले में सूत्र बताते हैं कि मिट्टी का काम करने वाली ठेका कंपनी डेको की पहले भी लापरवाही सामने आ चुकी है बताया जा रहा है कि हाइड्रोलिक ट्रॉली के पम्प में खराबी की वजह से ब्लास्ट हुवा है यदि कम्पनी द्वारा इसका समय समय पर सर्विसिंग आदि किया जाता रहता तो ये हादसा नही होता और 3 मासूम बेटियो के सर से आज एक पिता का साया नही छिनता। फिलहाल कंपनी प्रबन्धन डोजर चालक के शव को आसनसोल उनके गृह ग्राम भिजवाने की व्यवस्था की जा रही है।