November 28, 2023



सट्टा बाजार, राजनीतिक विश्लेषण से भी आगे बढ़ गई हार जीत की बात, इन्होंने एफिडेविट देकर कर दिया दावा, लगा दी बाजी, पढ़िए पूरी खबर




डेस्क मुनादी।। छत्तीसगढ़ में हुए विधानसभा चुनाव का 3 दिसंबर को नतीजे आने वाले हैं। इससे पहले राजधानी रायपुर से लेकर गांवों तक जीत-हार पर बयानबाजी चल रही है। इसके साथ ही चुनाव में जीत हार को लेकर दावे प्रतिदावे किए जा रहे हैं।


भाजपा-कांग्रेस के पक्षों के अपने दावे इस हद तक हैं कि अब स्टांप पेपर पर शर्त लगने लग गई है। इस बीच, मध्यप्रदेश में किसकी सरकार बनेगी, इस पर भी शर्त लगने लगी है। अपनी पसंदीदा पार्टियों के जीतने के दावे को लेकर धनीराम भलावी और नीरज मालवीय ने स्टांप पेपर में एक लाख रुपए की शर्त लगाई है। हालांकि यह कानूनन मान्य नहीं है।


स्टांप पेपर में शर्त नामा में धनीराम भलावी और नीरज मालवीय के हवाले से लिखा गया है कि मैं धनीराम भलावी पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत सुखपूरा निवासी पडरभता जो कि नीरज मालवीय निवासी वार्ड क्रमांक 8 हर्रई में रहने वाले से शर्त लेता हूं कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी। और  नीरज मालवीय का कहना है कि मध्यप्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी। यदि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनती है तो नीरज मालवीय, धनीराम भलावी को शर्त बतौर ₹1,00,000 (एक लाख रुपए)देगा। इसका  चेक अमित पांडे निवासी हर्रई वालों के पास जमा रहेगा। और यदि मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार बनती है तो धनीराम भलावी नीरज मालवीय को शर्त बतौर ₹1,00,000 (एक लाख रुपए)देगा। जो कि शर्त के मुताबिक जो शर्त जीतता है वह व्यक्ति अपना चेक अमित पांडे से प्राप्त कर लेगा।

इस शर्तनामा में पांच गवाहों ने हस्ताक्षर भी किए हैं, जिसमें अमित पांडे, हरिओम सूर्यवंशी, प्रिंस साहू, दुर्गेश सरपंच तेंदूखेड़ा मुकेश चौकसे शामिल हैं। इसके अलावा दोनों शर्त करने वाले धनीराम भलावी और नीरज मालवीय के हस्ताक्षर भी किए गए हैं। बता दें कि कानूनन इस दस्तावेज का महत्व शून्य है, क्योंकि लॉ के नियम के अनुसार बाजी की संविदा शून्य होती है।










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